धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि और कथा

Palak Verma | 10 Oct 2025 धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि और कथा

धनतेरस का महत्व और भगवान धन्वंतरि

धनतेरस दिवाली उत्सव का पहला दिन होता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि का प्रकट होना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। वे आयुर्वेद के देवता और अमृत के प्रतीक हैं।

धनतेरस के दिन उनकी पूजा करने से स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त होती है। माना जाता है कि उन्होंने समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के साथ प्रकट होकर मानव जाति को रोग-मुक्त जीवन देने का आशीर्वाद दिया।


धन्वंतरि की पूजा की कथा

कथा अनुसार, जब देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया, तो कई अमूल्य वस्तुएं प्रकट हुईं। उसी समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ समुद्र से प्रकट हुए। उनके प्रकट होने से स्वास्थ्य, समृद्धि और रोगों से मुक्ति का संदेश मिला।

इस दिन सोना, चांदी, नई वस्तुएं और औषधियाँ खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है।


धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि

धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा सरल लेकिन नियमपूर्वक करनी चाहिए।

1. पूजा की सामग्री

1. भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा या तस्वीर
2. धूप, दीपक और अगरबत्ती
3. लाल या पीले रंग का कपड़ा
4. अक्षत (चावल) और फूल
5. सुपारी, हल्दी और कुमकुम
6. पानी और फल
7. नारियल

2. पूजा की विधि

1. सबसे पहले पूजा स्थल को साफ करें और लाल या पीले कपड़े से सजाएँ।
2. भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा या तस्वीर को स्थापित करें।
3. दीपक और धूप प्रज्वलित करें।
4. फूल, अक्षत और फल अर्पित करें।
5. हल्दी, कुमकुम और सुपारी से तिलक करें।
6. प्रार्थना करते हुए “ॐ धन्वंतरये नमः” मंत्र का जाप करें।
7. अंत में नारियल तोड़ें और सभी को प्रसाद के रूप में वितरित करें।

टिप: पूजा के दौरान शुद्ध मन और सकारात्मक सोच रखने से स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति में वृद्धि होती है।


धनतेरस पर पूजा करने के लाभ

1. रोग-मुक्त जीवन और स्वास्थ्य लाभ
2. घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है
3. धन की वृद्धि और व्यापार में लाभ होता है
4. जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक संतुलन मिलता है

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. क्या धनतेरस पर सिर्फ भगवान धन्वंतरि की पूजा करनी चाहिए?
A1. हाँ, धनतेरस पर धन्वंतरि की पूजा मुख्य है, लेकिन सोना, चांदी और बर्तन की खरीदारी भी शुभ मानी जाती है।

Q2. क्या घर में छोटी प्रतिमा भी पूजनीय है?
A2. हाँ, घर में छोटी या मध्यम आकार की प्रतिमा से भी पूजा की जा सकती है।

Q3. पूजा का शुभ समय कब है?
A3. सुबह 07:15 AM से 09:30 AM और शाम 04:00 PM से 07:15 PM तक का समय सबसे उत्तम है।

Q4. क्या धन्वंतरि पूजा ऑनलाइन भी की जा सकती है?
A4. हाँ, ऑनलाइन पूजा या लाइव आभासी पूजा भी संभव है, लेकिन घर में स्वयं पूजा करना अधिक शुभ माना जाता है।

यूज़र कमेंट्स

J
John Smith 10 October 2025

भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि बहुत सरल और आसान लग रही है।

A
Anjali Verma 10 October 2025

कथा और पूजा दोनों जानकर धनतेरस पर पूजा करने का उत्साह बढ़ गया।

S
Suresh Gupta 10 October 2025

मैंने इस विधि से पूजा की और सच में घर में सकारात्मक ऊर्जा महसूस हुई।

P
Priya Singh 10 October 2025

सटीक समय और सामग्री का विवरण बहुत उपयोगी है।

V
Vikas Kumar 10 October 2025

धन्वंतरि कथा बहुत प्रेरणादायक है, आर्टिकल पढ़कर पूजा और भी उत्साहपूर्ण हो गई।

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