धनतेरस का महत्व और भगवान धन्वंतरि
धनतेरस दिवाली उत्सव का पहला दिन होता है। इस दिन भगवान धन्वंतरि का प्रकट होना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। वे आयुर्वेद के देवता और अमृत के प्रतीक हैं।
धनतेरस के दिन उनकी पूजा करने से स्वास्थ्य, समृद्धि और सुख-शांति प्राप्त होती है। माना जाता है कि उन्होंने समुद्र मंथन के दौरान अमृत कलश के साथ प्रकट होकर मानव जाति को रोग-मुक्त जीवन देने का आशीर्वाद दिया।
धन्वंतरि की पूजा की कथा
कथा अनुसार, जब देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया, तो कई अमूल्य वस्तुएं प्रकट हुईं। उसी समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ समुद्र से प्रकट हुए। उनके प्रकट होने से स्वास्थ्य, समृद्धि और रोगों से मुक्ति का संदेश मिला।
इस दिन सोना, चांदी, नई वस्तुएं और औषधियाँ खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है।
धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि
धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा सरल लेकिन नियमपूर्वक करनी चाहिए।
1. पूजा की सामग्री
1. भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा या तस्वीर
2. धूप, दीपक और अगरबत्ती
3. लाल या पीले रंग का कपड़ा
4. अक्षत (चावल) और फूल
5. सुपारी, हल्दी और कुमकुम
6. पानी और फल
7. नारियल
2. पूजा की विधि
टिप: पूजा के दौरान शुद्ध मन और सकारात्मक सोच रखने से स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति में वृद्धि होती है।
धनतेरस पर पूजा करने के लाभ
1. रोग-मुक्त जीवन और स्वास्थ्य लाभ2. घर में सुख, शांति और समृद्धि आती है
3. धन की वृद्धि और व्यापार में लाभ होता है
4. जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक संतुलन मिलता है
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. क्या धनतेरस पर सिर्फ भगवान धन्वंतरि की पूजा करनी चाहिए?
A1. हाँ, धनतेरस पर धन्वंतरि की पूजा मुख्य है, लेकिन सोना, चांदी और बर्तन की खरीदारी भी शुभ मानी जाती है।
Q2. क्या घर में छोटी प्रतिमा भी पूजनीय है?
A2. हाँ, घर में छोटी या मध्यम आकार की प्रतिमा से भी पूजा की जा सकती है।
Q3. पूजा का शुभ समय कब है?
A3. सुबह 07:15 AM से 09:30 AM और शाम 04:00 PM से 07:15 PM तक का समय सबसे उत्तम है।
Q4. क्या धन्वंतरि पूजा ऑनलाइन भी की जा सकती है?
A4. हाँ, ऑनलाइन पूजा या लाइव आभासी पूजा भी संभव है, लेकिन घर में स्वयं पूजा करना अधिक शुभ माना जाता है।
यूज़र कमेंट्स
भगवान धन्वंतरि की पूजा विधि बहुत सरल और आसान लग रही है।
कथा और पूजा दोनों जानकर धनतेरस पर पूजा करने का उत्साह बढ़ गया।
मैंने इस विधि से पूजा की और सच में घर में सकारात्मक ऊर्जा महसूस हुई।
सटीक समय और सामग्री का विवरण बहुत उपयोगी है।
धन्वंतरि कथा बहुत प्रेरणादायक है, आर्टिकल पढ़कर पूजा और भी उत्साहपूर्ण हो गई।