पॉपुलर की खेती: किसानों के लिए एक एफडी जैसी कमाई वाली फसल

Neha Verma | 13 Oct 2025 पॉपुलर की खेती: किसानों के लिए एक एफडी जैसी कमाई वाली फसल

हरियाणा के अंबाला जिले के किसान आज पॉपुलर की खेती से लाखों रुपए कमा रहे हैं। इस पेड़ की खासियत है कि इसमें रखरखाव कम, खर्चा कम और मुनाफा ज़्यादा है। किसान इस पेड़ को “एफडी” की तरह मानते हैं — जब चाहो काटो और कैश कराओ।


अंकित शर्मा — 25 सालों का अनुभव पॉपुलर फार्मिंग में

अंबाला के शर्मा पॉपुलर नर्सरी के संचालक अंकित शर्मा बताते हैं कि वे पिछले 25–30 सालों से पॉपुलर की खेती करवा रहे हैं। हर साल लगभग 1500 से 2000 एकड़ में पॉपुलर का प्लांटेशन करवाया जाता है।

उनका कहना है कि यह खेती किसानों के लिए वरदान है क्योंकि इसमें पेस्टिसाइड और लेबर की लागत बहुत कम होती है, और पेड़ कटाई के समय भारी आमदनी दे जाते हैं।


ढाई साल में 20 लाख की कमाई – मनजीत सिंह की कहानी

अंबाला के किसान मनजीत सिंह ने 4 एकड़ में पॉपुलर के पेड़ लगाए थे।
उन्होंने बताया कि:

“मैंने ढाई साल पहले 25 फरवरी 2023 को पौधे लगाए थे और सितंबर 2025 में हार्वेस्टिंग की। चार एकड़ के खेत से मैंने ₹20 लाख का सेल किया है।”

मनजीत सिंह पहले केवल गन्ने की खेती करते थे, जिससे उन्हें तीन साल में मुश्किल से ₹3 लाख मिलते थे। अब पॉपुलर की खेती से उनकी कमाई कई गुना बढ़ गई है।


पॉपुलर पेड़ की खासियतें

  • रखरखाव बहुत कम

  • पानी की खपत बहुत कम

  • पत्तों से धरती को न्यूट्रिशन मिलता है

  • इंटरक्रॉपिंग (गन्ना, गेहूं) में बढ़िया परिणाम

  • पेड़ जल्दी तैयार हो जाते हैं (2.5–3 साल में)

  • ठेकेदार खुद खेत पर आकर खरीदता है


कितना डिस्टेंस रखें और कब लगाएं

  • लाइन से लाइन की दूरी: 14 फीट

  • पेड़ से पेड़ की दूरी: 10 फीट

  • सही समय: जनवरी से फरवरी

  • प्रति एकड़ पौधे: 300–350


खाद और मिट्टी की तैयारी

  • खेत की ऊपरी मिट्टी का प्रयोग करें (नाइट्रोजन युक्त)

  • गड्ढे में वही मिट्टी न डालें जो निकली हो

  • प्रति एकड़ 3–4 ट्रॉली गोबर की खाद डालें

  • या 8–10 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट डालें

  • पौधे लगाते समय फंगीसाइड ट्रीटमेंट ज़रूर करें

फंगीसाइड ट्रीटमेंट:
20 लीटर पानी में 40 ग्राम कार्बन डिज़ियम + मेनकोजाइप मिलाकर 10–15 मिनट तक पौधों को डीप करें।


इंटरक्रॉपिंग से डबल फायदा

गन्ने और गेहूं की फसल पॉपुलर के साथ अच्छी होती है।
गन्ना पौधों को मीठा (सुक्रोज) देता है जिससे पेड़ की ग्रोथ और बेहतर होती है।
नवंबर-दिसंबर में जब पेड़ डोरमेंसी में जाते हैं तो गेहूं की फसल को सीधी धूप मिलती है और अच्छी उपज मिलती है।


सेलिंग और मार्केट

हार्वेस्टिंग के बाद लकड़ी यमुनानगर और जगाधरी मंडी जाती है —
ये दोनों एशिया की सबसे बड़ी टिम्बर मंडियां हैं।
यहां लकड़ी को फैक्ट्री में भेजा जाता है जहां प्लाईवुड और बोर्ड बनते हैं, जो कंस्ट्रक्शन और फर्नीचर इंडस्ट्री में इस्तेमाल होते हैं।


रजिस्टर्ड नर्सरी से ही पौधे लें

अंकित शर्मा सलाह देते हैं कि किसान हमेशा रजिस्टर्ड नर्सरी से ही पौधे खरीदें।
उनकी शर्मा पॉपुलर नर्सरी (SPA Agrotech) के पास सीड लाइसेंस, जीएसटी नंबर और हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी व एफआरए की मान्यता है।

वे बताते हैं कि कुछ अनरजिस्टर्ड नर्सरी वाले यूरिया या हर्बीसाइड स्प्रे करते हैं जिससे पौधे खेत में जाकर काले पड़ जाते हैं और उनकी ग्रोथ रुक जाती है।


नर्सरी की बुकिंग जानकारी

  • पौधे की बुकिंग दिसंबर–जनवरी में शुरू होती है

  • किसान पहले से बुकिंग करें तो रेट कम पड़ता है

  • डिलीवरी जनवरी–फरवरी में की जाती है

संपर्क:
📞 9671125596, 9050141481, 9306832648
YouTube Channel: SPA Agrotech – Sharma Poplar Nursery

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